सिनेमा का नया अड्डा -OTT :ओवर दी टॉप यानि OTT ने बदल दिया है मनोरंजन जगत को, जिससे थिएटर और टीवी सभी घबराये हुए है | आप सोच सकते है ऐसा क्या आ गया, तो आपको जानकर हैरानी होगी की अब मनोरंजन सीधे आपके मोबाइल्स और टीवी स्क्रीन पर जब चाहे जहाँ चाहे पहुंच रहा है, और एक दम नए अंदाज़ में, जिसका की सबसे बड़ा फायदा दर्शको को होने वाला है |
क्या है OTT
OTT यानि ओवर दी टॉप सेवा एक ऐसा माध्यम है जिसके अंतर्गत बहुत से बड़ी कंपनियां आती है | ये चलन विदेश से आया जिसमे की सबसे पहला नाम दिग्गज कंपनी नेटलफ़िक्स का रहा है, फिर आया अमेज़न और अब बहुत सी देशी कंपनियों ने भी OTT में अपना नाम दर्ज़ कर लिया है | ऑल्ट बालाजी, उल्लू, वोट ये सभी अब OTT कंटेंट बना रही है |
बदलते दौर में सिनेमा बड़े स्क्रीन से छोटे स्क्रीन में सिमट गया है,
इसका सबसे बड़ा उदहारण तेज़ी से बढ़ता हुआ इंटरनेट उपभोक्ता है, जो की अब टियर २ और ३ तक पहुंच गया है |
सिनेमा पहले सिल्वर और गोल्डन जुबली के दौर से शुरू हुआ, जिसमे की फिल्में कई हफ्तों नहीं सालों तक चलती थी |
एक दौर फिर मल्टीप्लेक्स के आने का रहा, जिसने की दरवाजा खोला नए और एक समय सामानांतर सिनेमा कही जाने वाली फिल्मो के लिए |
इस नए दौर में फिल्में सालों तक नहीं चलती है,
इस दौर में तो हफ्ता पूरा करना भी बड़ी बात मानी जाती है, और सिनेमा की कमाई का सारा गणित पहले के तीन दिन ही तय कर लेते है |
पिछले साल जब जिओ ने अपने गीगा फाइबर को लांच किया तो खबर आयी एक नयी तरह की सेवा की जिसमे ज्यादा जानकारी तो उपलब्ध नहीं है, मगर सिनेमा को आप रिलीज़ के तुरंत बाद देख सकते है|
Corona और मनोरंजन
अब इस कड़ी में कोरोना काल में मनोरंजन दुर्लभ ना हो जाये
इसके चलते नेटफ्लिक्स और अमेज़न जैसी सेवाओं ने काफी अहम भूमिका अदा की,
जिसमे की सिनेमा घरो का बंद होना एक बड़ी परेशानी का कारण बना,
और फिल्मों के निर्माता घाटा सहने को तैयार नहीं है
इस दुविधा को हल करने आगे आये ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे की अमेज़न जिसने सबसे पहले अपने प्लेटफार्म पर रिलीज़ करने की घोषणा की शूजित सरकार की मूवी “गुलाबो सीताबो”
इस घोषणा के साथ दर्शकों में तो ख़ुशी देखी गयी,
मगर सिनेमा घरों के मालिक इस फैसले से खास खुश नहीं नज़र आये,
और उन्हें इस प्रकार से सिनेमा का रिलीज़ होना अखर रहा है |
सिनेमा मुख्य रूप से एक बड़ी व्यापारिक गतिविधि है, जिसमे की करोड़ो रुपये लग जाते है,
और ये पैसा कोई भी अपने घर से नहीं लगाता,
इसे तो कम्पनीज लोन में लेती है पिक्चर बनाने के लिए,
और इस पर ब्याज जो की बढ़ता जाता है|
अगर सिनेमा ना रिलीज़ हो तो इसका नुकसान कौन उठाएगा,
जिसके चलते हमे आने वाले समय में और भी फिल्में ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर दिखेंगी |
इसमें अधिक लाभ उन फिल्मों को मिलेगा जो की छोटे बजट की होंगी,
क्युकी ऐसी फिल्में अपनी कम लागत के कारण उसे आसानी से वसूल कर पाएंगी |
मगर बड़े बजट की फिल्मों को तो शायद सिनेमा घरों के खुलने और उसमे दर्शक आने का इंतज़ार करना ही होगा |
वो मूवीज जो की आधिकारिक रूप से ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध होने जा रही है,
उनमे से “घूमकेतु” है, और ये फिल्म नवाज़ुद्दीन और अनुराग कश्यप अभिनीत है |
घूमकेतु एक राइटर की कहानी कहती है,
जो की बम्बई आता है लेखक बनने और वहाँ पहुंच कर उसकी स्क्रिप्ट चोरी हो जाती है |
अब ये दर्शको के सामने उपलब्ध है, जिसके की reviews बहुत खास नहीं आये है|
Ghoomketu On Zee 5 Review: A Guileless and Senseless Film about Films
सिनेमा घर बनाम OTT
इसके साथ ही शकुंतला देवी के जीवन पर आधारित फिल्म जिसमे की मुख्य भूमिका में है विद्या बालन,
वो भी आपको अमेज़न पर देखने को मिलेगी |
शकुंतला देवी को ह्यूमन कंप्यूटर कहा जाता है, जो की भारतीय थी |
साथ ही कुछ क्षेत्रीय भाषा की फिल्में भी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर आ गयी है,
ये सिलसिला आगे आने वाले सालों में भी जारी रह सकता है|
क्यूंकि जिस प्रकार से स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर बड़े निर्देशक और बड़े प्रोडूसर्स आ रहे है,
वो दर्शा रहा है की वेब सीरीज और सिनेमा में ज़ोरदार टक्कर चलने वाली है |
कई बार शायद आपको कुछ वेब सीरीज देख कर ये अनुभव भी हुआ होगा की ये तो फिल्म जैसी बन पड़ी है,
या कई फिल्मों से बेहतर है |
दर्शकों के लिए तो दोनों हाथों में लडू है,
मगर डिस्ट्रीब्यूटर्स और सिनेमा घर मालिक शायद इससे अलग ख्याल रखते हो |
‘English Medium’ Trailer Review
सिनेमा का नया अड्डा -OTT कैसा लगा आपको हमे जरूर बताये, Like, comment और share करके