Patient Zero – STAY HOME AND MANAGE SOCIAL DISTANCE WITH PEOPLE AND SAFE
Patient Zero ( First documented patient) एक टर्म है जो 1980 पहली बार एड्स महामारी के समय प्रयोग में लाया गया था। इसके अनुसार माना जाता कि यह वह पहला व्यक्ति है जिसको कोई वायरस से प्रभावित हुआ है, दुनिया के सामने सबसे पहले सामने आया है, फिर चाहे कोई भी हो सकता है। एक प्रकार से कह सकते है कि वह पहला व्यक्ति जिसको कोई वायरस प्रभावित कर रहा है और उसके द्वारा किसी दूसरे व्यक्ति को स्थानांतरित कर दिया गया और वह दूसरा व्यक्ति, पहले व्यक्ति से अधिक लक्षण दिखा रहा है और उसी पहले दूसरे व्यक्ति के द्वारा उस वायरस की पहचान की गयी है, संभवताः वह दूसरा व्यक्ति ही Patient Zero माना जायेगा।
Covid 19 कहँ से शूरू हुआ
इसी प्रकार चीन के बुहान शहर से प्रारम्भ हुए इस SARS-CoV-2 (कोविड-19) का पहला मरीज अर्थात् Patient Zero की खोज कर ली गयी है। यह चाइनीज मीडिया और वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के द्वारा बताया गया है। इस रिपोर्ट अनुसार Wei Guixian नामक महिला जिसकी उम्र 57 है जो बुहान के हुआनान सी-फूड बाजार में काम करती थी, उनको 10 दिसम्बर को पहली बार सर्दी की शिकायत हुई उसके बाद उनका इलाज संभव ना होने के बाद वुहान यूनियन हॉस्पीटल में गई जहां यह पता चला कि यह एक नये वायरस से प्रभावित हुई है, उसके बाद उसी मार्केट से कुछ और वहां पहुचें और उनमें भी वहीं लक्षण दिखाई दिये, उसके पश्चात इसे एक महामारी बताया गया और इस प्रकार Wei Guixian कोरोना की पहली मरीज घोषित की गयी। यह महिला वर्तमान में पूरी तरह स्वस्थ है।
लेकिन चाइनीज सरकार ने अभी आधिकारिक तौर इस बात की अभी पुष्टि नहीं की है। संभवता हो सकता चाइनीज सरकार भविष्य में किसी और को पेसेन्ट जीरो घोषित करें।
वो स्थान जहां से आया Patient 0
अब बात करते है जहां से यह वायरस पहली बार सामने आया उस स्थान अर्थात् हुआनान सी-फूड मार्केट की। यह मध्य चीन का सबसे बड़ा सी-फूड मार्केट है, जो कि एक गीला(Wet) मार्केट है। अर्थात् यह वह स्थान है जहां जानवरों को काटा और बेचा जाता है। जनरली देखा जाये तो मीट मार्केच में जानवरों को काटा कहीं और जाता है और बेचा कहीं और जाता है। लेकिन यहां दोनों कार्य एक साथ किया जाता था।
ऐसा इस लिया किया जाता है क्योंकि चीन की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सामने काटा हुए मांस में शक्ति अधिक होती है, और पूरी तरह ताजा होता है। इसके अलावा जानवरों का मल-मूत्र भी यही त्यागा जाता है, जिससे यह मार्केच एक वेट मार्केट में बदल जाता है। यही कारण है कि वायरस को एक जानवर से दूसरे जानवर में स्थानांतरित होने का अवसर मिल जाता है।
माना जाता कि कोरोना सबसे पहले एक चमगादड़ को प्रभावित किया उसके पश्चात् पेंगुलिन को प्रभावित किया। और उन्हीं पेंगुलिन के काटे जाने से जो खून निकला, उसके सम्पर्क में इंसान आ गये। और यह वायरस अब पूरे संसार में पैर पसार चुका है।
कुछअन्य प्रसिद्ध पेसेन्ट जीरों को हम बताना चाहते है जैसे-
स्वाइन फ्लू 2009 – एडगर हर्नाडिस ( चार साल का बच्चा) मैक्सिको.
टायफाइड 1907 – मैरी मेलिन (यूएसए)
कोलेरा 1854 – जॉन स्नों (लन्दन)
STAY HOME PLEASE……………