सभी चुनावी अपडेट “आएगा तो मोदी ही” से लेकर “आ गया मोदी” तक: लोक सभा 2019 का परिणाम आते ही ये साफ़ हो गया की भाजपा की लहर पहले जैसी चल रही है |
300 से अधिक सीट भाजपा ने अपने नाम कर ली है, जो की उनकी पिछली 282 सीट से अधिक है |
इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए भाजपा ने मेहनत भी उसी अनुपात में करी है | जो महत्वपूर्ण बात इस चुनाव में देखने को मिली वो थी इस चुनाव को अमेरिकन चुनाव की तरह राष्ट्रपति चुनने जैसा बना दिया गया |
कांग्रेस इस इलेक्शन में कुछ खास नहीं कर सकी, 49 सीट लेकर उसने अपनी पार्टी को धरातल में ला दिया है, और ये हाल तब है जब कांग्रेस की राज्य सरकार 3 राज्यों में चल रही है |
इस चुनाव में भाजपा का वोट परसेंटेज भी बढ़ा है , जो की भाजपा की तरफ आते हुए मतदाताओं की संख्या में इजाफा करता हुआ दिख रहा है | 10 राज्यों में भाजपा ने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है, जिसमे की
दिल्ली (7 सीट)
राजस्थान (25 सीट)
गुजरात (26 सीट)
हिमाचल प्रदेश (04 सीट)
उत्तराखंड (05 सीट)
चंडीगढ़ (01 सीट)
हरियाणा (10 सीट)
अंडमान निकोबार (1 सीट )
दमन दीव (1 सीट)
त्रिपुरा (2 सीट)
राज्यों का हाल
बाकि राज्यों की अगर बात की जाये तो उत्तर प्रदेश में 80 में से भाजपा ने 62 सीट अपने नाम करी है, जो की उनके 2014 के आंकड़े से कम है, और ये सपा-बसपा के साथ आने के कारण हुआ लगता है |
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का क़िला भी ध्वस्त कर दिया है भाजपा ने 18 सीट अपने नाम कर के, ऐसा ही हाल बिहार का रहा है, जिसमे की 40 सीट में से 39 सीट भाजपा ने अपने कब्ज़े में कर ली है |
नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में बड़ी जीत हासिल करी है, उन्होंने 479505 वोटो से जीत हासिल करी है, अमित शाह जो की पहली बार चुनव लड़ रहे थे उन्होंने लाल कृष्णा अडवाणी की परंपरागत सीट से चुनाव लड़ा और 5,57,014 मतों से विजय प्राप्त की है |
इसके साथ ही जो बड़ी और ऐतिहासिक जीत कही जा सकती है वो है अमेठी सीट, जिस पर कांग्रेस का कब्ज़ा रहता था, यही नहीं इस सीट से उनके परिवार में उनके पिता राजीव गाँधी, माँ सोनिया गाँधी, और चाचा संजय गाँधी सभी जीत चुके है, इस सीट पर भाजपा ने स्मृति ईरानी को उतरा था जिन्होंने इस सीट पर कमल दिखते हुए कमल खिला दिया और 46525 मतों के अंतर से विजय प्राप्त करी |
स्मृति के जीतने में बड़ी वजह रही उनका अमेठी में पिछले 5 सालो से बने रहना, उन्हें 2014 में भी चुनाव से कुछ दिन पहले ही ये जिम्मेदारी दी गयी थी, मगर उन्हें 2014 में हार का सामना करना पड़ा, इस बार उन्हें उनकी मेहनत का फल प्राप्त हुआ और वो विजयी रही |
राहुल गाँधी जिन्होंने की दो जगह से नामांकन भरा था, उन्हें वायनाड से जीत मिली और वो 4 लाख से अधिक के अंतर से जीते है |
सोनिया गाँधी ने भी अपनी सीट बचाने में सफलता हासिल करी, वो रायबरेली से 167178 मतों से विजयी रही है |
भगवा आतंकवाद को मुद्दा बना कर लड़ा गया भोपाल का चुनाव भी भाजपा ने जीत लिया है, मुकाबले में दिग्विजय सिंह थे और उनके सामने भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को खड़ा किया, जो की जेल में बंद थी और जमानत पर बहार आयी थी, उन्हें बड़ी जीत हासिल हुई है वो 364822 मतों से विजय पायी है |
ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपनी सीट बचाने में विफल हुए, उनकी गुना सीट पर भी भाजपा ने कब्ज़ा जमाया है, वह 125549 मतों से हारे है |
12 पूर्व मुख्यमंत्री भी अपनी सीट बचाने में नाकामयाब हुए है, जिसमे की शीला दीक्षित, भूपेंद्र हुड्डा, मुकुल संगमा, शीबू सोरेन, बाबूलाल मरांडी, दिग्विजय सिंह, नबाम तुकी, सुशिल शिंदे, अशोक चव्हाण, जितिन राम मांझी, हरीश रावत, H D देवगौड़ा है |
नतीजों का असर बाजार पर भी पड़ा और सेंसेक्स 40000 पर पहुंच गया, 1015 अंको की उछाल के साथ |
Vivek Oberoi/PM Narendra Modi Biopic
Modi Factor और कल्याणकारी योजनाए
“आ गया मोदी”
चुनाव में जो सबसे बड़ा फैक्टर काम कर गया वो था मोदी फैक्टर, जिसके सामने विपक्ष की एक ना चल सकी |
सभी चुनावी अपडेट “आएगा तो मोदी ही”: मोदी ने 1 लाख से अधिक किलोमीटर की यात्रा की, और 142 जनसभाओं को सम्बोधित किया, 1 .5 करोड़ नागरिको से सीधा संवाद किया |
एक ऐसा नया वोटर बेस भी तैयार किया मोदी ने जिसने की योजनाओ का लाभ लेते हुए इस बात को ध्यान में रख कर भी वोट किया 7.12 करोड़ उज्वला योजना के साथ जोड़े 35.65 करोड़ जनधन योजना से, 5.98 करोड़ मुद्रा योजना से, 18 हज़ार से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हुए, 9 करोड़ से अधिक शौचालय निर्माण हुए
ये सब ऐसी योजना थी जिनका लाभ ज़मीनी स्तर तक पंहुचा, और प्रचार भी उसी स्तर पर किया गया जिसने की लोगो को भाजपा की तरफ आकर्षित किया |
17 राज्यों में भाजपा ने 50 % से अधिक वोट हासिल किये है | 12480 VVPAT का मिलान किया जा चुका है, जिसमे की कोई भी अंतर नहीं पाया गया है |
परिवारवाद और जीत हार VIP सीट की
परिवारवाद पर भी इस बार खासी चोट हुयी है, उत्तर प्रदेश में डिंपल यादव, जो की मुलायम परिवार की बहु थी उन्हें हार मिली है, इसी प्रकार से वैभव गहलोत, अशोक गहलोत के पुत्र भी हार गए है चुनाव, हरियाणा से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र दीपेंद्र हुड्डा को भी हार का सामना करना पड़ा है | H D Devgoda जो की अपना चुनाव तो हार ही गए है उनके साथ उनके पोते भी चुनाव हार गए है जिनका की नाम है निखिल कुमारस्वामी, इसी प्रकार से मीसा भारती जो की लालू यादव की पुत्री थी उनको भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है |
Odisha, Sikkim, Arunachal Assembly Election Results 2019 Updates: BJP breaches half-way mark in Arunachal Pradesh
शत्रुघ्न सिन्हा जो की भाजपा छोड़ के कांग्रेस में गए थे चुनाव के कुछ दिन पहले वो भी बिहार से चुनाव हार गए है, उन्हें रवि शंकर प्रसाद ने हराया है, जिनका की ये पहला चुनाव था, प्रसाद पेशे से वकील है
स्टार उम्मदवारो में किरण खेर चंडीगढ़ से, सनी देओल गुरदासपुर से, हंसराज हंस दिल्ली से, हेमा मालिनी मथुरा से, रवि किशन गोरखपुर से, मनोज तिवारी दिल्ली से जीत गए है |
उर्मिला मातोंडकर, जाया प्रदा, राज बब्बर सहनाव हार गए है, जिसमे की जाया प्रदा भाजपा लहर के बाद भी नहीं जीत पायी आजम खान ने उन्हें कड़ा मुकाबला दिया |
बॉक्सर विजेंद्र सिंह जो की अपनी पुलिस की नौकरी छोड़ के चुनाव मैदान में कांग्रेस से लड़े थे उनकी जमानत जब्त हो गई है, खेल के मैदान से राजनीति में आये गौतम गंभीर दिल्ली से चुनाव जीत गए है |
18 हज़ार से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हुए, 9 करोड़ से अधिक शौचालय निर्माण हुए
ये सब ऐसी योजना थी जिनका लाभ ज़मीनी स्तर तक पंहुचा, और प्रचार भी उसी स्तर पर किया गया जिसने की लोगो को भाजपा की तरफ आकर्षित किया |
17 राज्यों में भाजपा ने 50 % से अधिक वोट हासिल किये है | 12480 VVPAT का मिलान किया जा चुका है, जिसमे की कोई भी अंतर नहीं पाया गया है |
परिवारवाद पर भी इस बार खासी चोट हुयी है, उत्तर प्रदेश में डिंपल यादव, जो की मुलायम परिवार की बहु थी उन्हें हार मिली है, इसी प्रकार से वैभव गहलोत अशोक गहलोत के पुत्र भी हार गए है चुनाव, हरियाणा से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र दीपेंद्र हुड्डा को भी हार का सामना करना पड़ा है | H D Devgoda जो की अपना चुनाव तो हार ही गए है उनके साथ उनके पोते भी चुनाव हार गए है जिनका की नाम है निखिल कुमारस्वामी, इसी प्रकार से मीसा भारती जो की लालू यादव की पुत्री थी उनको भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है |
शत्रुघ्न सिन्हा जो की भाजपा छोड़ के कांग्रेस में गए थे चुनाव के कुछ दिन पहले वो भी बिहार से चुनाव हार गए है, उन्हें रवि शंकर प्रसाद ने हराया है, जिनका की ये पहला चुनाव था, प्रसाद पेशे से वकील है
स्टार उम्मदवारो में किरण खेर चंडीगढ़ से, सनी देओल गुरदासपुर से, हंसराज हंस दिल्ली से, हेमा मालिनी मथुरा से, रवि किशन गोरखपुर से, मनोज तिवारी दिल्ली से जीत गए है |
उर्मिला मातोंडकर, जाया प्रदा, राज बब्बर चुनाव हार गए है, जिसमे की जाया प्रदा भाजपा लहर के बाद भी नहीं जीत पायी आजम खान ने उन्हें कड़ा मुकाबला दिया |
बॉक्सर विजेंद्र सिंह जो की अपनी पुलिस की नौकरी छोड़ के चुनाव मैदान में कांग्रेस से लड़े थे उनकी जमानत जब्त हो गई है, खेल के मैदान से राजनीति में आये गौतम गंभीर दिल्ली से चुनाव जीत गए है |
लोक सभा के साथ विधान सभा के भी चुनाव का हाल
लोक सभा के साथ ही चार राज्यों में विधान सभा चुनाव भी हुए जिसमे की ओडिशा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और एंडर्स प्रदश में चुनाव हुए जिसमे की ओडिशा में नवीन पटनायक ने 5 बार सरकार बना के रिकॉर्ड कायम किया है उनकी पार्टी बीजद ने 146 में से 112 सीट जीती है | आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी को जीत हासिल हुई है, चंद्रबाबू नायडू सरकार बनाने में नाकाम रहे है | अरुणाचल प्रदेश में भाजपा बढ़त बनाये हुए है, सिक्किम में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट बढ़त बनाये हुए है |
29 मई को मोदी शपथ ले सकते है बाकि मंत्रिमंडल में कितने नए और पुराने चेहरे आ सकते है, इसके विषय में कुछ इस प्रकार अनुमान लगाए जा रहे है की स्मृति ईरानी को बड़ा मंत्रालय मिल सकता है, वही अरुण जेटली की स्तिथि कुछ आशंकित सी है |
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