लोकसभा चुनाव सिर पर है. रोज नई सूची जारी हो रही है. प्रत्याशियों की सूची, पार्टी छोड़ने-पकड़ने वालों की सूची और स्टार प्रचारकों की सूची. हम स्टार सूची की बात करने जा रहे हैं. जो लखनऊ से जारी हुई है. बहुजन समाज पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची. पहले नंबर पर स्वयं राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने को रखा हैं. दूसरे स्थान पर पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा हैं. तीसरे नंबर पर बिल्कुल नया नाम है. जिससे लोग हैरान तो कम हुए, लेकिन चौंके ज्यादा हैं. ये नाम है ‘आकाश आनंद’ का. बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद का. आकाश का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में तीसरे नंबर पर है.
मायावती के साथ साये की तरह रहते रहे हैं आकाश
मायावती के छोटे भाई आनंद के पुत्र हैं आकाश. मायावती के परिवार में बहुत सारे लोग हैं लेकिन भाई आनंद से उनको खास लगाव है. कुछ दिन पहले मायावती ने उनको पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बना दिया था. उस टाइम ये निश्चय भी किया कि आनंद को कभी विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा. आनंद फिलहाल किसी पद पर नहीं हैं लेकिन उनके बेटे आकाश को राजनीति में उतारने की फुल तैयारी मायावती कर चुकी हैं. इसी वजह से वो साये की तरह मायावती के साथ रहते हैं. चाहे वो 12 जनवरी को गठबंधन का ऐलान वाला दिन हो या मायावती का जन्मदिन. लखनऊ में बर्थडे का प्रोग्राम था और आकाश लगातार मायावती के साथ थे. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव जब मायावती के घर पहुंचे और शॉल व फूल भेंट किया तब भी मायावती के बगल में आकाश थे. आकाश आनंद को स्टार प्रचारक बनाकर बसपा युवा मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है.
युवाओं को साधने की भरसक कोशिश
यूपी सर्वाधिक आबादी वाला राज्य. सर्वाधिक मतदाताओं वाला राज्य. और सर्वाधिक युवा मतदाताओं वाला राज्य. यूपी में करीब 14 लाख युवा पहली बार वोट डालने जा रहे हैं. और बसपा में युवा नेतृत्व की कमी हमेशा से महसूस की जाती रही है. आकाश आनंद को आगे कर मायावती इस कमी को भरना चाहती हैं. साथ ही शायद ये स्पष्ट संदेश भी देना चाहती हैं कि आगे उनकी विरासत आकाश बढ़ा सकते हैं. आकाश के बारे में जो जानकारी मिलती है, उसके मुताबिक उन्होंने लंदन के एक बड़े कॉलेज से एमबीए का कोर्स किया हुआ है. लौटने के बाद से लगातार मायावती के साथ बने हुए हैं. हालांकि मायावती ने कह रखा है कि उनकी फैमिली का कोई भी शख्स उनकी विरासत संभालने नहीं आएगा. लेकिन जब आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद दिया गया तो लगा कि वादा टूट गया. आनंद की विदाई के बाद अब आकाश का आगमन हुआ है. अंदरखाने सुगबुगाहट है कि यूथ को आकर्षित करने के लिए जवान चेहरा चाहिए. पार्टी के लिए वो काम आकाश आनंद करेंगे.