टिक टोक से बैन हटा, आप सभी टिक टोक प्रयोगकर्ता खुश हो जाये, मद्रास हाई कोर्ट ने टिक टोक पर से बैन हटा लिया है,
अभी तक मिली हुयी जानकारी के अनुसार ये पता चला है की टिक टोक की तरफ से कोर्ट में दलील दी गयी है की उनका बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है इस बैन से नुकसान जो की 3.5 करोड़ प्रतिदिन के हिसाब से बताया जा रहा है, और साथ ही 250 नौकरिया भी दांव पर लगी हुई है |
कोर्ट का आदेश इस प्रकार है की अब टिक टोक पर पोर्नोग्राफिक कंटेंट नहीं डाला जायेगा, और इसकी अवमानना करना कोर्ट की आगे की प्रक्रिया में बाधा डालने वाला माना जायेगा |
मदुरै बेंच भी इससे जुड़े हुए मामले पर सुनवाई कर रही है, जिसमे की कहा गया है की ये संस्कृति को नुकसान पंहुचा रही है और पोर्नोग्राफी को बढ़ावा दे रही है |
टिक टोक के भारत में 300 मिलियन प्रयोगकर्ता है, साथ ही टिक टोक ने 1 बिलियन का मार्क छू लिया था फरवरी में |
भारत में कोई नयी चीज़ अगर आती है तो उस पर रोक लगाए जाने की संभावना भी उतनी ही बढ़ जाती है, जिस आधार पर वो लोगो के बीच लोकप्रिय हो रहा हो, बैन के बाद भी टिक टोक उपलब्ध था इंटरनेट पर आधिकारिक तौर पर नहीं बल्कि अनधिकृत तौर पर |
क्या है टिक टोक
टिक टोक एक शार्ट वीडियो शेयरिंग एप्प है, जिसकी की लोकप्रियता नौजवानो में अधिक देखी गयी भारत में अगर इसके बैन पर बात करे तो ये रोक पोर्न कंटेंट की वजह से लगायी गयी थी, जो की बच्चे एक्सेस कर सकते थे
पोर्न बैन करने के लिए क्या हम चीन के नक़्शे कदम पर चलना पसंद करेंगे, जहां ज्यादातर साइट्स और एप्प पर बैन है और इंटरनेट को फ़िल्टर किया जाता है पोर्न रोकने के लिए, मगर भारत जैसे देश में ये शायद मुमकिन न हो पाए |
वाट्सऐप का आविष्कार किसने किया
व्हाट्सएप्प भी हो चुका है शिकार
सिर्फ टिक टोक ही नहीं बहुत सी एप्प है जिन पर आप कुछ भी शेयर कर सकते है या कर ही रहे होंगे उदहारण के लिए व्हाट्सएप्प को ही ले लीजिये, जिस पर भी सरकार ने सख्ती दिखाई थी कुछ घटनाये जो की अप्रिय घटित हुयी और समाज के लिए हितकर भी नहीं थी, जिसके परिणाम स्वरुप कुछ जान भी चली गयी थी, अब आप व्हाट्सएप्प में भी कुछ सुधार देखते होंगे, यहाँ तक की अब व्हाट्सएप्प अपने विज्ञापनों के द्वारा भी ये सन्देश देता है की ‘अफवाहे नहीं खुशियां फैलाये’ ऐसी उनकी विज्ञापन की लाइन है, कुछ इस प्रकार का ही टिक टोक के लिए भी किया जाना चाहिए जिससे समाज में सन्देश जाये और लोग गलत उपयोग से बचे, यह रास्ता ज्यादा कारगर सिद्ध हो सकता है बजाये की किसी प्रकार की रोक लगाने के, रोक लगाने से उपयोग कम तो नहीं होता अपितु बढ़ अधिक जाता है और उससे होने वाले नुकसान ज्यादा भयावह है, समाज को विवेकशील समझते हुए किसी बुराई से बचने लायक समझ खुद विकसित करनी होगी और उस प्रयास में अपनी भागीदारी मार्गदर्शक के रूप में निभानी चाहिए, सही प्रकार से ही उपयोग करे इंटरनेट पर मौजूद किसी भी एप्प या सामग्री का |