Online Frauds in India – 2025 Stats

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फ्रॉड का जाल

Online Frauds in India – 2025 Stats: ऑनलाइन शॉपिंग और डिजिटल पेमेंट्स अब हमारे रोज़मर्रा की ज़िंदगी का अहम हिस्सा हैं। लेकिन जितनी आसानी और सुविधाएँ इससे आई हैं, उतने ही बड़े खतरे भी सामने खड़े हो गए हैं। आज साइबर अपराध सिर्फ पैसे की चोरी तक सीमित नहीं, बल्कि डाटा, पहचान और यहाँ तक कि चुनावी नतीजों तक को प्रभावित कर रहा है।


2025 की ताज़ा तस्वीर

  • CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) के मुताबिक भारत में 2024 में 15 लाख से अधिक साइबर सुरक्षा घटनाएँ दर्ज हुईं, जो 2020 की तुलना में तीन गुना से ज़्यादा हैं।
  • NCRB (National Crime Records Bureau) के आंकड़ों के अनुसार 2023 में दर्ज कुल साइबर अपराधों में से लगभग 65% ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े थे।
  • RBI के अनुसार, 2024-25 में डिजिटल पेमेंट फ्रॉड्स से बैंकों को ₹1,750 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ।
  • फ़िशिंग और OTP फ्रॉड्स सबसे तेज़ी से बढ़ रहे हैं, जिनमें युवा और बुजुर्ग दोनों सबसे ज़्यादा शिकार हो रहे हैं।
  • Deepfake और AI-generated Frauds 2025 की सबसे नई चुनौती बनकर उभरे हैं।

डाटा: नया सोना और नया खतरा

दुनिया का डाटा 2025 तक 175 Zettabytes तक पहुँचने का अनुमान है।
भारत में:

  • 80 करोड़ से अधिक इंटरनेट यूज़र्स हैं।
  • सोशल मीडिया पर रोज़ाना 5 अरब से ज़्यादा तस्वीरें और वीडियो अपलोड होते हैं।
  • यही डाटा अब कंपनियों और अपराधियों दोनों के लिए “हथियार” बन गया है।

👉 2024 लोकसभा चुनावों के दौरान, फेक न्यूज़ और बॉट्स द्वारा फैलाए गए गलत मैसेजों ने साफ़ किया कि डाटा मैनिप्युलेशन अब लोकतंत्र तक को प्रभावित कर सकता है।


Online Frauds in India – 2025 Stats: धोखाधड़ी के नए रूप

  1. UPI Frauds
    • QR Code स्कैन कराते ही पैसा खाते से उड़ जाना।
    • नकली “KYC Update” कॉल्स सबसे आम हैं।
  2. AI और Deepfake Frauds
    • आवाज़ और चेहरे की नकल करके रिश्तेदारों या बॉस के नाम पर पैसे माँगना।
    • 2025 में NCRB ने ऐसे 3,000+ केस दर्ज किए।
  3. Investment Scams
    • “Crypto” और “Stock Tips” के नाम पर ठगी।
    • 2024 में SEBI ने 200+ फर्जी ऐप्स बंद किए।
  4. Dark Web का खतरा
    • इंटरनेट का सिर्फ 5% हम इस्तेमाल करते हैं, बाक़ी 95% डार्क वेब पर है।
    • यहाँ भारतीय नागरिकों के आधार कार्ड, पासपोर्ट और बैंक डिटेल्स मात्र ₹500 से ₹2,000 में बिकते हैं।

RBI और सरकार की कोशिशें

  • RBI ने 2024 में नया Payment Fraud Reporting Portal लॉन्च किया, जिससे फ्रॉड होने पर तुरंत शिकायत दर्ज हो सके।
  • CERT-In ने बैंकों और कंपनियों के लिए cyber drill exercises शुरू किए।
  • DPDP Act (Digital Personal Data Protection Act, 2023) अब लागू हो चुका है, जिसके तहत कंपनियों को यूज़र्स का डाटा बिना अनुमति स्टोर/बेचना गैरकानूनी है।
  • राज्यों में Cyber Crime Police Stations की संख्या दोगुनी की गई है।

Online Frauds in India – 2020 Stats

बच्चों और युवाओं पर असर

  • Gaming Frauds: Free rewards के नाम पर डाटा चोरी।
  • Pornographic Content और Early Exposure: बच्चों में अपराध प्रवृत्ति और मानसिक असर।
  • Addiction: Swiggy/Zomato जैसे प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी कूपन से ठगी।

👉 NCRB रिपोर्ट (2023): बच्चों से जुड़े साइबर अपराधों में 15% सालाना वृद्धि


AI Technology: सावधान! जिस एआई पर करते हैं भरोसा, वही है सबसे बड़े खतरे की जड़!

बचाव के उपाय

  1. पासवर्ड कभी शेयर न करें, 2FA (Two Factor Authentication) हमेशा चालू रखें।
  2. अंजान QR कोड या लिंक स्कैन न करें।
  3. हर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पर SMS/Email अलर्ट सक्रिय रखें।
  4. बच्चों को Good Touch–Bad Touch और साइबर शिष्टाचार सिखाएँ।
  5. संदिग्ध कॉल्स/मैसेज पर तुरंत 1930 (National Cyber Crime Helpline) पर रिपोर्ट करें।

उम्मीद और सावधानी

2025 का भारत “Digital India” से “Data-driven India” बन चुका है। लेकिन इस सफर के साथ-साथ खतरे भी उतने ही गहरे हो गए हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड अब एक रियल-लाइफ थ्रेट है, जो आपके पैसे, पहचान और यहाँ तक कि समाज की सुरक्षा पर हमला करता है।

👉 असली समाधान सिर्फ कानूनों से नहीं, बल्कि हमारी सतर्कता और जागरूकता से आएगा।


✍️ Heyuno आपको डिजिटल सुरक्षा से जुड़े हर अपडेट से अवगत कराता रहेगा।


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